Tuesday, October 5, 2010

गृहस्थी

वह चुपचाप किबाड़ खोलकर घर में दाखिल हुआ. पत्नी जाग रही थी. पति को देखते ही उसने खूंखार मूड बना लिया पर बोली कुछ भी नहीं.
अब मुन्ने का बुखार कैसा है?’ वह खिसियाता-सा बोला.
क्यों, तुम तो पैसे लेने गए थे. पता है, क्या टाइम हो रहा है, कहां रहे अब तक?’
वह पत्नी की बात को अनसुना करते हुए कमरे में आ गया. सामने अलमारी में वैष्णो देवी की मूर्ति देख वह चौंक गया. ऐसी मूर्ति 50-60 रुपये से कम न होगी. पर इसे लाया कौन? उसने घड़ी में देखा तो ग्यारह बज रहे थे. वह खरहरी खाट पर लेट गया. इससे पहले उसने बीड़ी सुलगा ली और धुआं निकालते हुए कुछ सोचने लगा.
क्या सोच रहे हो?’ पत्नी ने कमरे में धमकते हुए पूछा. उसके हाथ में थाली थी जिसमें सूखी सब्जी और चार रोटियां थीं. दूसरे हाथ में पानी का गिलास था.
ये मूर्ति कौन लाया?’
क्यों क्या हुआ?’
मैं पूछता हूं कितने में आई?’
वो तो पूरे चालीस मांग रहा था. पर मैंने कहा कि बारह रुपये एक पैसा ज्यादा न दूंगीं.’
तुम तो कह रही थीं, तुम्हारे पास पैसा नही है!’
पति के चेहरे का रंग बदलने लगा. बच्चा बुखार से तप रहा है और ये श्रीमती जी हैं कि मूर्तियां खरीदेंगी. ऐसी औरत से फौरन तलाक ले लेना चाहिए—जाहिल....गंवार!
अजी तुम क्या जानो गृहस्थ-वृहस्थ क्या होता है. हारी-बीमारी में कुछ तो बचाना ही पड़ता है. तुम्हारे भरोसे रहें तो एक दिन भी गाड़ी नहीं चल सकती.’ शायद मुन्ना रोने लगा था, जिस कारण वह मुन्ने की तरफ मुड़ी.
उसने अपने निर्णय पर फिर विचार किया. उसे अखबार के मालिक के शब्द याद आए—‘मधुकर जी, हमारी आपसे कोई लड़ाई नहीं, पर हमें अखबार भी चलाना है, सरकार के विरोध की कोई सीमा होनी चाहिए....आपके लिए इस अखबार के दरवाजे खुले हैं. जब चाहें आ जाएं....’
उसने थाली में रखी रोटी की ओर देखा और धीरे-से एक टुकड़ा तोड़ सब्जी सानते हुए मुंह में रख लिया. पत्नी मुन्ने को कंधे से लगाए पास आती हुई बोली—
क्या सोच रहे हो जी, मेरी बात का बुरा मत मानना. मैं तो पढ़ी-लिखी नहीं हूं. पर तुम बच्चों की खातिर उस सेठ के आगे मत झुकना. चाहे हम भूखे मर जाएंगे, पर हमारी भी तो कोई इज्जत है. तुम्हारे आगे लोग यूं ही नहीं झुकते.’
कहते-कहते वह मुन्ने को चूमती हुई बोली—‘देखना, हकीम जी की एक ही खुराक में बुखार कम हो गया है! चाय पियोगे?’
और पति के उत्तर की परवाह किए बिना वह रसोई की ओर चल दी.
प्रस्तुति : विनायक
'कदम-कदम पर हादसे' से

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