जगदीश कश्यप की लघुकथाएं
लघुकथा के आदिविद्रोही जगदीश कश्यप के साहित्यिक अवदान को समर्पित
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ममत्व
Monday, October 18, 2010
जगदीश कश्यप की लघुकथाएं: देहरी भई बिदेस
जगदीश कश्यप की लघुकथाएं: देहरी भई बिदेस
: "चांदनी रात में ठंडी रेत पर देशी खेलों में भाग ले रहे विदेशी कितने भले लग रहे थे. जैसलमेर के विशाल रेगिस्तान में स्वर्गिक आनंद वह क्यों नहीं..."
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